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आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग- प्यार की परिभाषा

आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग- प्यार की परिभाषा

📜««« *आज का पंचांग* »»»📜

कलियुगाब्द…………………..5126
विक्रम संवत्………………….2081
शक संवत्…………………….1946
मास…………………………..श्रावण
पक्ष…………………………….शुक्ल
तिथी…………………………..चतुर्थी
रात्रि 12.37 पर्यंत पश्चात पंचमी
रवि………………………..दक्षिणायन
सूर्योदय………..प्रातः 06.01.02 पर
सूर्यास्त………..संध्या 07.03.57 पर
सूर्य राशि………………………..कर्क
चन्द्र राशि………………………कन्या
गुरु राशि………………………..वृषभ
नक्षत्र………………….उत्तराफाल्गुनी
रात्रि 11.29 पर्यंत पश्चात हस्त
योग……………………………..शिव
दोप 12.31 पर्यंत पश्चात सिद्ध
करण…………………………वणिज
प्रातः 11.20 पर्यंत पश्चात विष्टि
ऋतु……………………..(नभ:) वर्षा
दिन…………………………..गुरुवार

🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार :–*
08 अगस्त सन 2024 ईस्वी ।

⚜️ *अभिजीत मुहूर्त :-*
प्रातः 12.06 से 12.57 तक ।

👁‍🗨 *राहुकाल :-*
दोपहर 02.09 से 03.45 तक ।

🌞 *उदय लग्न मुहूर्त :-*
*कर्क*
04:24:30 06:40:36
*सिंह*
06:40:36 08:52:29
*कन्या*
08:52:29 11:03:08
*तुला*
11:03:08 13:17:46
*वृश्चिक*
13:17:46 15:33:56
*धनु*
15:33:56 17:39:33
*मकर*
17:39:33 19:26:39
*कुम्भ*
19:26:39 21:00:12
*मीन*
21:00:12 22:31:24
*मेष*
22:31:24 24:12:09
*वृषभ*
24:12:09 26:10:48
*मिथुन*
26:10:48 28:24:30

🚦 *दिशाशूल :-*
दक्षिणदिशा – यदि आवश्यक हो तो दही या जीरा का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें ।

☸ शुभ अंक…………………..8
🔯 शुभ रंग…………………..पीला

✡ *चौघडिया :-*
प्रात: 10.54 से 12.31 तक चंचल
दोप. 12.31 से 02.08 तक लाभ
दोप. 02.08 से 03.45 तक अमृत
सायं 05.21 से 06.58 तक शुभ
सायं 06.58 से 08.21 तक अमृत
रात्रि 08.21 से 09.45 तक चंचल

📿 *आज का मंत्र :-*
|। ॐ केशवाय नम: ।|

📢 *सुभाषितानि :-*
*श्रीमद्भगवतगीता (अष्टमोऽध्यायः – अक्षरब्रह्मयोग:) -*
यदक्षरं वेदविदो वदन्ति विशन्ति यद्यतयो वीतरागाः ।
यदिच्छन्तो ब्रह्मचर्यं चरन्ति तत्ते पदं संग्रहेण प्रवक्ष्ये ॥८- ११॥
अर्थात :
वेद के जानने वाले विद्वान जिस सच्चिदानन्दघनरूप परम पद को अविनाश कहते हैं, आसक्ति रहित यत्नशील संन्यासी महात्माजन, जिसमें प्रवेश करते हैं और जिस परम पद को चाहने वाले ब्रह्मचारी लोग ब्रह्मचर्य का आचरण करते हैं, उस परम पद को मैं तेरे लिए संक्षेप में कहूँगा॥11॥

🍃 *आरोग्यं :-*
* काली मिर्च के अनुभूत प्रयोग :-*

5. नाक में एलर्जी होने पर 10-10 ग्राम सोंठ, काली मिर्च, पिसी इलायची और मिश्री को पीस कर चूर्ण बना लें। इसमें बीज निकला 50 ग्राम मुनक्का और तुलसी के 10 पत्ते पीसकर डालें और अच्छी तरह मिला लें। इस मिश्रण की 3-5 ग्राम की गोलियां बनाकर छाया में सुखा लें। सुबह-शाम 2-2 गोलियां गर्म पानी के साथ लें।

6. पिसी काली मिर्च पुराने गुड़ के साथ खाने से नाक से बहता खून बंद हो जाता है।

7. गला बैठ गया है, तो 7 काली मिर्च और 7 बताशे रात को सोने से पहले चबाकर खाएं।

8. बुखार में तुलसी, काली मिर्च और गिलोय का काढ़ा पीना फायदेमंद होता है।

⚜ *आज का राशिफल :-*

🐏 *राशि फलादेश मेष :-*
(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)
वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी। कुसंगति से बचें। चिंता रहेगी। पुराना रोग परेशानी का कारण बन सकता है। अज्ञात भय सताएगा। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। धन प्राप्ति में अवरोध दूर होंगे। कोर्ट व कचहरी में अनुकूलता रहेगी। कोई नई समस्या आ सकती है। व्यवसाय ठीक चलेगा।

🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
जीवनसाथी को शारीरिक कष्ट संभव है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। भूमि व भवन संबंधी खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। आर्थिक उन्नति होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। शत्रु भय रहेगा।

👫 *राशि फलादेश मिथुन :-*
(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)
किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। कारोबार में उन्नति होगी। नौकरी में मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। दुष्टजनों से सावधानी आवश्यक है। पारिवारिक चिंता बनी रहेगी। विवाद को बढ़ावा न दें। प्रमाद से बचें।

🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
लेन-देन में जल्दबाजी न करें। पुराना रोग उभर सकता है। दु:खद समाचार की प्राप्ति संभव है। किसी के उकसाने में न आएं। बात बिगड़ सकती है। आवश्यक निर्णय सोच-समझकर करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। नौकरी में कार्यभार रहेगा। थकान हो सकती है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। आय में निश्चितता रहेगी।

🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
पराक्रम व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। आय में वृद्धि होगी। कारोबार का विस्तार होगा। नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है। प्रयास सफल रहेंगे। पार्टनरों का सहयोग प्राप्त होगा। निवेश लाभदायक रहेगा। घर में सुख-शांति रहेगी। उत्साह बना रहेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। संतान की चिंता रहेगी।

👧 *राशि फलादेश कन्या :-*
(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आय में वृद्धि होगी। कारोबार लाभप्रद रहेगा। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। दूर से शुभ समाचार की प्राप्ति होगी। घर में अतिथियों का आगमन होगा। व्यय बढ़ेगा। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में सहकर्मियों का साथ रहेगा। थकान रहेगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। प्रमाद न करें।

⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
प्रेम-प्रसंग में आशातीत सफलता प्राप्त होगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। सट्टे व लॉटरी से दूर रहें। कारोबार का विस्तार होगा। नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है। सुख के साधन जुटेंगे। शत्रु परास्त होंगे। भाग्य का साथ मिलेगा। सभी ओर से सफलता मिलेगी।

🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आय में निश्चितता रहेगी। आज विवाद को बढ़ावा न दें। लेन-देन में जल्दबाजी हानि देगी। शारीरिक कष्ट संभव है। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। व्यवस्था में मुश्किल होगी। दूसरों से अपेक्षा न करें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। अनहोनी की आशंका रहेगी। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें।

🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। नेत्र पीड़ा हो सकती है। मानसिक बेचैनी रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। अधिकार प्राप्ति के योग हैं। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। भागदौड़ रहेगी। दूसरों के काम में दखल न दें। विवाद से बचें। लाभ होगा।

🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
नई योजना बनेगी। नया उपक्रम प्रारंभ हो सकता है। राज्य से प्रसन्नता रहेगी। कोई बड़ा काम हो सकता है। सामाजिक कार्य करने का अवसर मिलेगा। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। स्वास्थ्‍य का पाया कमजोर रहेगा। कोई नई समस्या आ सकती है। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा।

🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आंखों को चोट व रोग से बचाएं। धन प्राप्ति सुगम होगी। सुख के साधन जुटेंगे। कारोबार लाभदायक रहेगा। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। थकान व कमजोरी महसूस हो सकती है। कोर्ट व कचहरी के काम निबटेंगे। पूजा-पाठ में मन लगेगा। प्रसन्नता रहेगी। प्रमाद न करें।

🐟 *राशि फलादेश मीन :-*
(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
पार्टनरों से मतभेद संभव है। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। पुराना रोग उभर सकता है। अनहोनी की आशंका रहेगी। मातहतों से कहासुनी हो सकती है। दूसरों से अपेक्षा न करें। बनते काम बिगड़ सकते हैं। आय में निश्चितता रहेगी। प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। सोच-समझकर निर्णय लें।

☯ *आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।*

।। 🐚 *शुभम भवतु* 🐚 ।।

🇮🇳🇮🇳 *भारत माता की जय* 🚩🚩
*🛕जय श्री राम🙏*

*💐प्यार की परिभाषा💐*

एक लड़की की शादी उसकी मर्जी के खिलाफ एक सीधे-साधे लड़के से की जाती है जिसके घर मे एक मां के अलावा और कोई नहीं था।
दहेज मे लड़के को बहुत सारे उपहार और पैसे मिले होते हैं,लेकिन लड़की किसी और लड़के से बेहद प्यार करती थी।

शादी की रात के वक्त लड़का दूध लेके आता है तो दुल्हन सवाल पूछती है अपने पति से…एक पत्नी की मर्जी के बिना पति उसको हाथ लगाये तो उसे बलात्कार कहते है या हक?
पति – आपको इतनी लम्बी और गहरी बात जानने की कोई जरूरत नहीं है..।
बस दूध लाया हूँ पी लिजीयेगा.. . हम सिर्फ आपको शुभरात्रि कहने आये थे ,कहके कमरे से निकल जाता है।
लड़की मन मारकर रह जाती है क्योंकि लड़की चाहती थी की झगड़ा हो ताकी मैं इस गंवार से पीछा छुटा सकूँ ।
दुल्हन घर का कोई भी काम नहीं करती। बस दिनभर ऑनलाइन रहती और न जाने किस किस से बातें करती।
उधर लड़के की माँ बिना शिकायत के दिन भर चुल्हा चौका से लेकर घर का सारा काम करती मगर हर पल अपने होंठों पर मुस्कुराहट लेके फिरती । लड़का एक कम्पनी मे छोटा सा मुलाजिम है और बेहद ही मेहनती और ईमानदार। महीनाभर बित जान के बाद भी पति ने पत्नी को अब तक छुआ तक नहीं ।

वैसे लड़का बहुत शांत स्वाभाव
वाला था इसलिए वह ज्यादा बातें नहीं करता था, बस खाने के वक्त अपनी पत्नी से पूछ लेता था कि… क्या खाओगी..अपने कमरे मे या हमारे साथ।

लड़के को सोने से पहले डायरी लिखने की आदत थी जो वह हर रात को लिखता था।
लड़की के पास एक स्कूटी थी वह हर रोज बाहर जाती थी पति के अफिस जाने के बाद और पति के वापस लौटते ही आ जाती थी।
छुट्टी का दिन था लड़का भी घर पे ही था तो लड़की ने अच्छे भले खाने को भी गंदा कहके मां को अपशब्द बोल कर खाना फेंक देती है।
मगर वह शांत रहने वाला उसका पति अपनी पत्नी पर हाथ उठा देता है, मगर माँ अपने बेटे को बहुत डांटती है। इधर लड़की को बहाना चाहिए था झगड़े का जो उसे मिल गया था, वह पैर पटकती हुई स्कूटी लेके निकल पड़ती है। लड़की अपने प्यार के पास पहुँचकर कहती है।अब तो एक पल भी उस घर मे नहीं रहना है मुझे।आज गंवार ने मुझ पर हाथ उठाकर अच्छा नही किया ।
लड़का – अरे तुमसे तो मैं कब से कहता हूँ की भाग चलो मेरे साथ कहीं दूर, मगर तुम हो की आज कल आज कल पे लगी रहती हो।

लड़की – शादी के दिन मैं आई थी तुम्हारे पास, तुम ही ने तो लौटाया था मुझे ।
लड़का – खाली हाथ कहा तक भागोगी तुम ही बोलो..मैंने तो कहा था कि कुछ पैसे और गहने साथ ले लो, तुम तो खाली हाथ आई थी।आखिर दूर एक नयी जगह मे जिंदगी नये सिरे से शुरू करने के लिए पैसे तो चाहिए न?
लड़की – तुम्हारे और मेरे प्यार के बारे मे जानकर मेरे घरवालो ने बैंक की पासबुक के साथ साथ एटीएम और गहने तक रखलिये थे, तो मैं क्या लाती अपने साथ ।
हम दोनों मेहनत करके कमा भी तो सकते थे।
लड़का हंस कर बोलता है इंसान पहले सोचता है और फिर काम
करता है।
खाली हाथ भागते तो ये इश्क का भूत दो दिन मे उतर जाता समझी?और जब भी तुम्हें छुना चाहता हूँ बहुत नखरे करती हो तुम,हमेशा बस यही कहती हो कि शादी के बाद।

लड़की – हाँ शादी के बाद ही ये सब अच्छा होता है ।ये सब तुम्हारा ही तो है ,शादी के बाद। मैं आज भी एक कुंवारी लड़की हूँ ।
शादी करके भी आज तक उस गंवार ने मुझे हाथ तक भी नही लगाया,क्योंकि तुम्हें ही अपना पति मान चुकी हूँ बस तुम्हारे नाम की सिंदूर लगानी बाकी है। बस सिंदूर भर दो मांग में,फिर सबकुछ तुम अपनी मर्जी से करना।
लड़का – ठीक है मैं तैयार हूँ मगर इस बार कुछ पैसे जरूर साथ लेके आना, मत सोचना हम दौलत से प्यार करते हैं हम सिर्फ तुमसे प्यार करते है बस कुछ छोटी मोटी बिजनेस के लिए पैसे चाहिए ।
लड़की – उस गंवार के पास कहा होगा पैसा, मेरे बाप से 3 लाख रूपया उपर से मारूती कार ली है।बस कुछ गहने है वह लेकर आ आ जाउगी आज।
लड़का लड़की को होटल का पता देकर चला जाता है लड़की घर आके फिर से लड़ाई करती है मगर अफसोस वह अकेली चिल्लाती रहती है उससे लड़ने वाला कोई नहीं था।
रात 8 बजे लड़के का मैसेज आता है कब आ रही हो?लड़की जवाब देती है सब्र करो कोई सोया नहीं है। मैं 12 बजे से पहले पहुँच जाउगी क्योंकि यहा तुम्हारे बिना मेरी सांसे घुटती है।लड़का -ओके जल्दी आना। मैं होटल के बाहर खड़ा रहूंगा।

लड़की अपने पति को बोल देती है की मुझे खाना नहीं चाहिए मैंने बाहर खा लिया है इसलिए मुझे कोई परेशान न करे इतना कहके दरवाजा बंद करके अंदर आती है
इतने के पति बोलता है कि सुनो आलमारी से मेरी डायरी दे दो फिर बंद कर लेना दरवाजा। हम परेशान नहीं करेंगे ।
लड़की दरवाजा खोले बिना कहती है की चाभी दो अलमारी की,पति कहता है कि तुम्हारे बिस्तर के पैरों तले है चाबी ,मगर लड़की दरवाजा नहीं खोलती बल्कि जोर जोर से गाना सुनने लगती है। बाहर पति कुछ देर दरवाजा पिटता है फिर हारकर लौट जाता है। लड़की ने बड़े जोर से गाना बजा रखा था। फिर वह आलमारी खोल के देखती है जो उसने पहली बार खोली थी, क्योंकि वह अपना समान अलग आलमारी मे रखती थी।आलमारी खोलते ही हैरान रह जाती है। आलमारी मे उसके अपने पासबुक & एटीम कार्ड थे जो उसके घर वालो ने छीन के रखे थे। खोल के चेक किया तो उसमें वह पैसे भी शामिल थे जो दहेज मे लड़के को मिले थे और बहुत सारे गहने भी जो एक पेपर के साथ थे और वो सभी लड़की के नाम थे, लड़की बेहद हैरान और परेशान थी। फिर उसकी नजर डायरी मे पड़ती है और वह जल्दी से वह डायरी निकाल के पढ़ने लगती है।
लिखा था, तुम्हारे पापा ने एक दिन मेरी मां की जान बचाई थी अपना खून देकर और मैं अपनी माँ से बेहद प्यार करता हू इसलिए मैंने झूक कर आपके पापा को प्रणाम करके कहा की…आपका ये अनमोल एहसान कभी नही भूलूंगा।
कुछ दिन बाद आपके पापा हमारे घर आये तुम्हारा रिश्ते लेकर ,मगर उससे पहले उन्होंने आपकी हर बात बताई कि आप एक लड़के से बेहद प्यार करती हो। आपके पापा आपकी खुशी चाहते थे इसलिए वह पहले लड़के को जानना चाहते थे। आखिर आप अपने पापा की राजकुमारी जो थी और हर बाप अपनी राजकुमारी के लिए एक अच्छा ईमानदार राजकुमार चाहता है। आपके पापा ने उस लड़के के बारे में काफी खोजबीन करके पता लगाया कि,वह लड़का बहुत सी लड़कियों को धोखा दे चुका है,और तो और उसकी पहले से शादी भी हो चुकी है ।पर आपको यह बात बता न सके क्योंकि उन्हें पता था की ये जो इश्क का नशा है वह हमेशा अपनों को गैर और गैर को अपना समझता है।
एक पिता के मुँह से एक बेटी की कहानी सुनकर मै अचम्भीत हो गया। हर पिता यहा तक शायद ही सोचे। मुझे यकीन हो गया था कि एक अच्छा पति होने का सम्मान मिले न मिले मगर एक दामाद होने की इज्जत मैं हमेशा पा सकता हू।
मुझे दहेज मे मिले सारे पैसे मैंने तुम्हारे एकाउण्ट मे कर दिए और तुम्हारे घर से मिली गाड़ी आज भी तुम्हारे घर पे है जो मैंने इसलिए भेजी ताकी जब तुम्हें मुझसे प्यार हो जाये तो साथ चलेंगे कही दूर घूमने। दहेज नाम से नफरत है मुझे क्योंकि मैंने
दहेज मे अपनी बहन और बाप को खोया है। मेरे बाप के अंतिम शब्द भी ये ही थे कि. किसी बेटी के बाप से कभी एक रूपया न लेना। मर्द हो तो कमा के खिलाना।

अंत मे लिखा था कि तुम आजाद हो कहीं भी जा सकती हो। डायरी के बीच पन्नों पर तलाक के पेपर है जहा मैंने पहले ही हस्ताक्षर कर दिये है । जब तुम्हें लगे की अब इस गंवार के साथ नही रखना है तो हस्ताक्षर करके कहीं भी अपनी सारी चीजे लेके जा सकती हो।
लड़की …हैरान थी परेशान थी…न चाहते हुए भी गंवार के शब्दों ने दिल को छुआ था। न चाहते हुए भी गंवार के अनदेखे प्यार को महसूस करके पलके नम हुई थी।
आगे लिखा था, मैंने तुम्हें इसलिए मारा क्योंकि आपने माँ को गाली दी, और जो बेटा खुद के आगे माँ की बेइज्जती होते सहन कर जाये…फिर वह बेटा कैसा ।
कल आपके भी बच्चे होंगे । चाहे किसी के साथ भी हो, तब महसूस होगी माँ की महानता और प्यार क्या होता है।
आपको दुल्हन बनाकर हमसफर बनाने लाया हूँ जबरजस्ती
करने नहीं। जब प्यार हो जाये तो भरपूर वसूल कर लूंगा आपसे…
आपकी हर गुस्ताखी का बदला हम शिद्दत से लेंगे,बेपनाह मोहब्बत करके।
लड़की का फोन बज रहा था जो वायब्रेशन मोड पे था,
लड़की अब दुल्हन बन चुकी थी। पलकों से आंसू गिर रहे थे, सिसकते हुए मोबाइल से पहले सिम निकाल के तोड़ी, फिर सारा सामान जैसा था वैसे रख के न जाने कब सो गई पता नहीं चला।
सुबह देर से जागी तब तक गंवार पति अपने ऑफिस जा चुका था, नहा धोकर साड़ी पहनी, लम्बा सा सिंदूर डाला फिर मंगलसूत्र,जबकि पहले एक टीका जैसी साईड पे सिंदूर लगाती थी ताकी कोई लड़का ध्यान न दे मगर आज 10 किलोमीटर से भी दिखाई दे ऐसी लम्बी और गाढी सिंदूर लगाई थी दुल्हन ने। फिर किचन मे जाकर सासुमां को जबरदस्ती कमरे मे लेके तैयार होने को कहती है और अपने गंवार पति के लिए खाने में हलवा पूड़ी
और चाय बनाकर अपनी स्कूटी मे सासुमा को जबरदस्ती
बिठाकर (जब की कुछ पता ही नहीं है उनको की बहू आज मुझे कहा ले जा रही है बस बैठ जाती है) फिर रास्ते मे सासुमां को पति के ऑफिस का पता पूछकर पहुँच जाती है।
पति हैरान रह जाता है पत्नी को इस हालत मे देखकर।
पति – सब ठीक तो है न मां? मगर माँ बोलती इससे पहले पत्नी गले लगाकर कहती है की..अब सब ठीक है…I love you forever…
ऑफिस के लोग सब खड़े हो जाते है। तो दुल्हन कहती है कि मै इनकी धर्मपत्नी हूँ ।वनवास गई हुई थी आज सुबह ही वनवास से लौटी
हूँ।
अब एक महीने तक मेरे पतिदेव ऑफिस मे दिखाई नहीं देंगे।क्योंकि हम लोग लम्बी छुट्टी पे जा रहे साथ साथ।

सभी लोग तालियां बजाते हैं और दुल्हन फिर से लिपट
जाती है अपने गंवार से …जंहा से वह दोबारा कभी भी छूटना नहीं चाहती।

*💐💐शिक्षा💐💐*

कभी कभी बड़े कड़े फैसले होते है हमारे अपनों के, मगर हम समझ नहीं पाते कि हमारे अपने हमारी चिंता खुद से ज्यादा क्यों करते हैं।
मां बाप के फैसलों का सम्मान करे,क्योंकि ये दो ऐसे शख्स है जो आपको हमेशा दुनियादारी से ज्यादा प्यार करते हैं ।
*सदैव प्रसन्न रहिये।*
*जो प्राप्त है, वो पर्याप्त है।।*

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