सिखों को साधा, विपक्षी गठबंधन पर तीखा निशाना
रुद्रपुर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने युवा सिख सम्मेलन के जरिये सिखों को साधने की भरसक कोशिश करने के साथ ही विपक्षी गठबंधन पर तीखे वार किए। उन्होंने कहा कि जो पार्टियां एक दूसरे को पसंद नहीं करती थीं, उन्होंने भाजपा के खिलाफ गठबंधन बनाया है। यह गठबंधन सरकार या देश बनाने को नहीं है बल्कि अपनी पार्टियों के अस्तित्व व परिवारों को बचाने के लिए हो रहा है।
सोमवार को सम्मेलन में पहुंचे मुख्यमंत्री ने सिख समाज के त्याग, बलिदान और सेवाभाव का बखान किया। उन्होंने 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों को लेकर बिना नाम लिए कांग्रेस को जमकर घेरा। कहा कि देश में 60 सालों तक एक ही पार्टी और 55 सालों तक एक ही परिवार का शासन रहा। 1984 में हुए दंगों का जिक्र करते हुए कहा कि सिखों पर अत्याचार करने वालों को सम्मानित किया जाता था। सिखों को गुनहगारों को नहीं भूलना चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने एसआईटी बनाकर गुनहगारों को जेल भेजने का काम किया। कहा कि विपक्षी गठबंधन को तीन राज्यों की जनता ने सिरे से नकार दिया। अब लोकसभा चुनाव आ रहे हैं तो विपक्षी रंग बदलकर जनता को बरगलाएंगे। उन्होंने सिखों से कहा कि विपक्षी पार्टियों ने हमेशा उनको वोट बैंक समझा है। नीति और नीयत में खोट के चलते इनके वायदे पूरे नहीं हुए। आने वाले समय में ऐसे लोगों को मुंहतोड़ जवाब देना है।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा की ओर से आयोजित युवा सिख सम्मेलन में बड़ी संख्या में सिख पहुंचे। सम्मेलन के बहाने मुख्यमंत्री ने सिखों के बीच किसान आंदोलन से लेकर बाजपुर के 20 गांवों की जमीनों के आंदोलन को लेकर उपजी नाराजगी को दू करने और भाजपा के पक्ष में लामबंद करने की कोशिश की। जिले की सभी विधानसभाओं के साथ ही हल्द्वानी और सीमा से सटे बिलासपुर से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। मुख्यमंत्री ने कह दिया कि सिख समाज के सैलाब से आयोजन स्थल काफी छोटा पड़ गया।
एक पखवाड़े से सिख सम्मेलन को लेकर भाजपा संगठन पूरी ताकत के साथ जुटा हुआ था। जिले के आला नेताओं को विधानसभा में सिख बहुल क्षेत्रों में बैठकें करने और अधिक से अधिक लोगों को लाने का जिम्मा सौंपा गया था। प्रदेश मंत्री से लेकर जिलाध्यक्ष और विधायकों ने सिख बहुल क्षेत्रों में जाकर लोगों से सम्मेलन में आने की अपील की थी।
यह सम्मेलन इस मायने में भी अहम था कि किसान आंदोलन के बाद से उपजी परिस्थितियों और बाजपुर के 20 गांवों के मामले को लेकर सिखों के बीच सरकार के प्रति कुछ नाराजगी थी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने सम्मेलन की पहल को सार्थक रूप देने में सहयोग के लिए लोगों का आभार जताया। भाजपा प्रदेश मंत्री विकास शर्मा ने कहा कि सिख सम्मेलन पूरी तरह से सफल रहा है। पूरे जिले से सिख युवाओं ने इस कार्यक्रम को समर्थन किया।
युवा सिख सम्मेलन में भाजपा के नेता अलग रंग में दिखाई दिए। मुख्यमंत्री धामी, कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा, महामंत्री संगठन अजय कुमार, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, विधायक शिव अरोरा सहित पार्टी के कई नेता केसरिया पगड़ी पहने नजर आए। कार्यक्रम में रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी को भी शामिल होना था लेकिन लोकसभा की कार्यवाही के चलते वे कार्यक्रम में नहीं आ सके।
सिख सम्मेलन को लेकर पुलिस प्रशासन भी बेहद सजग रहा। कार्यक्रम स्थल पर मुख्य गेट से लेकर सम्मेलन हाल तक तीन चरणों में मेटल डिटेक्टर से जांच कर लोगों को प्रवेश दिया गया। मंच के आसपास भी पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी ताकि सिर्फ पहले से ही चयनित लोग मंच तक जा सकें। सम्मेलन शुरू होने के बाद पुलिसकर्मियों ने फोटो खींचने तक के लिए लोगों को मंच के पास फटकने तक नहीं दिया।
भाजपा आर्थिक प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक भारत भूषण चुघ ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पुलिस लाइन में ज्ञापन सौंपा। उन्होंने प्रतिदिन काठगोदाम जम्मूतवी ट्रेन संख्या 12208-12207 गरीब रथ को वाया अमृतसर संचालित कराने की मांग की है। उन्होंने इस ट्रेन के अतिरिक्त कोई अन्य ट्रेन काठगोदाम से अमृतसर तक संचालित कराने की मांग की है। मुख्यमंत्री धामी ने चुघ को आश्वस्त करते हुए कहा कि वह इस संदर्भ में रेल मंत्री से चर्चा कर काठगोदाम से अमृतसर प्रतिदिन ट्रेन चलवाने की कोशिश करेंगे।
भाजपा की ओर से आयोजित युवा सिख सम्मेलन में जो बोले सो निहाल सत श्री अकाल का जयकारा थोड़े थोड़े अंतराल में गूंजता रहा। मुख्यमंत्री ने खुद भी और उनके संबोधन के बीच कई बार उत्साहित सिखों ने जयकारे लगाए। इसके अलावा कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा, विधायक शिव अरोरा, अरविंद पांडेय, राजेश शुक्ला और अन्य नेताओं के संबोधन में ये जयकारे लगे।
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